पुरातत्वविदों ने इंडोनेशिया के फ्लोरेस द्वीप पर 700,000 साल पुरानी ह्यूमरस (बांह की हड्डी) की खोज की है। यह हड्डी एक वयस्क की थी और मानव जीवाश्म रिकॉर्ड में सबसे छोटी ज्ञात हड्डी है।
माता मेंज खुदाई स्थल पर हुई खोज से पता चलता है कि होमो फ्लोरेसिएन्सिस (Homo floresiensis), जिन्हें 'हॉबिट' उपनाम दिया गया है, के पूर्वज पहले की तुलना में और भी छोटे थे, जिनकी अनुमानित ऊंचाई 1.03 से 1.08 मीटर (लगभग 3 फीट 4 इंच से 3 फीट 6 इंच) थी।
ह्यूमरस का आकार द्वीप बौनापन (island dwarfism) के सिद्धांत का समर्थन करता है, जहाँ सीमित संसाधनों और अलगाव के कारण प्रजातियाँ सिकुड़ जाती हैं। जिस तरह भारत में भी कई द्वीपीय प्रजातियां अपने मुख्य भूभाग के समकक्षों से छोटी होती हैं, यह उसी तरह का एक उदाहरण है।
उसी स्थल से खोजे गए नए दांत होमो इरेक्टस (Homo erectus) से समानता दिखाते हैं, जो एक करीबी विकासवादी संबंध का संकेत देते हैं। यह खोज प्रारंभिक मानव विकास की जटिल कहानी को और बढ़ाती है।
वोलोंगोंग विश्वविद्यालय के डॉ. गर्ट वैन डेन बर्ग के नेतृत्व में अनुसंधान दल इन खोजों के महत्व पर प्रकाश डालता है। वे दक्षिण पूर्व एशिया में मानव विकास के इतिहास को फिर से लिख रहे हैं। यह खोज भारत सहित पूरे एशिया के इतिहास को समझने में मदद करती है।
ये निष्कर्ष होमो फ्लोरेसिएन्सिस और मानव विकासवादी इतिहास की जटिल प्रकृति की हमारी समझ को बढ़ाते हैं। यह खोज हमें याद दिलाती है कि 'वसुधैव कुटुम्बकम' - पूरा विश्व एक परिवार है, और हम सभी एक ही विकासवादी यात्रा का हिस्सा हैं।