विकासवादी गतिरोध: अध्ययन से पता चलता है कि व्हेल और डॉल्फ़िन कभी भी भूमि पर नहीं लौट सकते

*प्रोसीडिंग्स ऑफ़ द रॉयल सोसाइटी बी* में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि व्हेल और डॉल्फ़िन विकासवादी रूप से अपनी जलीय जीवन शैली में बंद हैं। फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय की ब्रूना फ़रीना सहित शोधकर्ताओं ने इन सीटेशियन में जलीय जीवन में परिवर्तन के दौरान हुए रूपात्मक और आनुवंशिक परिवर्तनों का विश्लेषण किया। अध्ययन डोलो के नियम पर जोर देता है, जिसमें कहा गया है कि जटिल विकासवादी परिवर्तन, जैसे कि अंग का कम होना और इकोलोकेशन का विकास, वस्तुतः अपरिवर्तनीय हैं।

शोध में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि हालांकि कुछ समुद्री प्रजातियां शुरू में भूमि पर आईं, लेकिन डॉल्फ़िन और व्हेल पूरी तरह से जलीय अस्तित्व के अनुकूल हो गईं। इस परिवर्तन में शरीर के आकार में वृद्धि और संशोधित अंगों जैसे महत्वपूर्ण अनुकूलन शामिल थे। हालांकि सीटेशियन अपने स्थलीय पूर्वजों से कुछ पैतृक लक्षणों को बरकरार रखते हैं, लेकिन उनमें हुए आनुवंशिक और रूपात्मक परिवर्तन स्थलीय जीवन में वापसी को असंभव बना देते हैं, जिससे वे एक ही आवास पर निर्भर रहने के कारण कमजोर हो जाते हैं।

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