19-28 मई के बीच किए गए रॉयटर्स के एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 4-6 जून की बैठक के बाद 6 जून, 2025 को ब्याज दरें कम करने की व्यापक रूप से उम्मीद है। यह देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार तीसरी कटौती होगी। अर्थशास्त्रियों ने अगस्त 2025 में एक और दर कटौती की भी भविष्यवाणी की है।
सर्वेक्षण से पता चला कि 61 अर्थशास्त्रियों में से 53 ने भविष्यवाणी की है कि आरबीआई जून की बैठक के बाद रेपो दर को 5.75% तक कम कर देगा। इसके अलावा, 80% से अधिक अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि अगस्त के अंत तक प्रमुख दर 5.50% तक पहुंच जाएगी, जो आगे मौद्रिक सहजता पर एक मजबूत सहमति का संकेत देती है।
ये प्रत्याशित दर कटौतियां वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं से निपटने और आर्थिक स्थिरता का समर्थन करने के लिए आरबीआई की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। दरों में ढील से उधारकर्ताओं को राहत मिलने और आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।