हाल के दिनों में, सोशल मीडिया से प्रेरित निवेशों में फिर से दिलचस्पी बढ़ी है, जिससे कई मीम स्टॉक्स की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मीम स्टॉक्स की घटना में सामाजिक मनोविज्ञान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। निवेशक, बढ़ती कीमतों को देखकर, झुंड मानसिकता का शिकार हो जाते हैं, जिससे और भी अधिक वृद्धि होती है, जो अक्सर कंपनी के मौलिक मूल्य से अलग होती है।
निवेशकों को सट्टा निवेश में शामिल होने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और गहन शोध करना चाहिए। यह घटना बाजार की गतिशीलता पर सोशल मीडिया और खुदरा निवेशकों के प्रभाव को उजागर करती है।