4 जुलाई, 2025 को, भारत-अमेरिका के बीच अंतरिम व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के बीच आईटी और बैंकिंग शेयरों में वैल्यू बाइंग के चलते भारतीय इक्विटी बाजार सकारात्मक रूप से बंद हुए। बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स 193.42 अंक (0.23%) बढ़कर 83,432.89 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 55.70 अंक (0.22%) बढ़कर 25,461 पर पहुंच गया। (स्रोत: रायटर, फाइनेंशियल टाइम्स)
यह सकारात्मक रुझान संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच एक अंतरिम व्यापार समझौते की उम्मीदों से प्रेरित था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संकेत दिया कि एक सौदा निकट है, जिससे अमेरिकी निर्यात पर टैरिफ कम हो सकते हैं। वाशिंगटन में चल रही वार्ता ऑटो घटकों और कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित है। (स्रोत: रायटर, फाइनेंशियल टाइम्स)
भारत 2 अप्रैल को अमेरिका द्वारा लगाए गए 26% पारस्परिक टैरिफ से पूर्ण छूट चाहता है, जिसे 90 दिनों के लिए 9 जुलाई तक निलंबित कर दिया गया था। संभावित टैरिफ से पहले व्यापार को संतुलित करने के लिए भारत ने अमेरिका से अपने तेल आयात में लगभग 120% की वृद्धि की है। अंतरिम व्यापार समझौते को 9 जुलाई से पहले अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। (स्रोत: रायटर, फाइनेंशियल टाइम्स)
व्यापार समझौते से कृषि, ऑटोमोटिव और प्रौद्योगिकी सहित क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ होने की उम्मीद है। निवेशक घटनाक्रमों पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। भारत सरकार इस समझौते को लेकर आशावादी है, और इससे 'मेक इन इंडिया' जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। (स्रोत: रायटर, फाइनेंशियल टाइम्स)