भारत-आसियान व्यापार समझौते की समीक्षा: युवाओं के लिए अवसर और चुनौतियाँ

द्वारा संपादित: Olga Sukhina

भारत और आसियान के बीच 2009 के मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की समीक्षा 2025 में होने जा रही है, जो युवा पीढ़ी के लिए कई अवसर और चुनौतियाँ लेकर आएगी। यह समीक्षा ऐसे समय में हो रही है जब वैश्विक व्यापार परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और भारत अपनी आर्थिक संबंधों को विविधतापूर्ण बनाने के लिए नए व्यापारिक साझेदारियों की तलाश कर रहा है। आसियान, जिसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम जैसे देश शामिल हैं, भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। वित्तीय वर्ष 2024 में भारत और आसियान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 121 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया, जो भारत के वैश्विक व्यापार का लगभग 11% है [अनुसन्धान से पता चला है कि भारत ने आसियान देशों के लिए 71% टैरिफ लाइनों को खोला, जबकि इंडोनेशिया ने केवल 41%, वियतनाम ने 66.5% और थाईलैंड ने 67% खोला । इससे भारत का व्यापार घाटा बढ़ गया है, और भारतीय उद्योग को आसियान से सस्ते आयात के साथ प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई हो रही है। युवाओं के लिए, इसका मतलब है कि उन्हें अधिक प्रतिस्पर्धी बनना होगा और नई तकनीकों और कौशल को सीखना होगा। भारत सरकार 'मेक इन इंडिया' और 'स्किल इंडिया' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है, लेकिन युवाओं को भी अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी और अपने कौशल को विकसित करना होगा। आसियान-भारत स्टार्टअप महोत्सव जैसे पहल आर्थिक संबंधों को नया रूप दे रहे हैं । हालांकि, इस समीक्षा से युवाओं के लिए कई अवसर भी पैदा हो सकते हैं। यदि भारत और आसियान एक आधुनिक और न्यायसंगत एफटीए पर सहमत होते हैं, तो इससे भारतीय युवाओं के लिए नए बाजार खुलेंगे और उन्हें अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा, आसियान क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास और डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश से भी युवाओं के लिए नए अवसर पैदा होंगे। युवाओं को इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना होगा और उन्हें उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना होगा। भारत और आसियान के बीच मजबूत संबंध न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को भी बढ़ावा देंगे। भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' आसियान के साथ संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित है, और यह नीति युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। आसियान-भारत कार्य योजना 2026-2030 को अपनाने के साथ, दोनों पक्ष उभरती प्रौद्योगिकियों, जलवायु लचीलापन और क्षेत्रीय शासन में सहयोग को गहरा करने के लिए तैयार हैं । निष्कर्ष में, भारत-आसियान व्यापार समझौते की समीक्षा युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। युवाओं को चुनौतियों का सामना करने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना होगा। सरकार, उद्योग और शिक्षा संस्थानों को मिलकर युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के लिए काम करना होगा।

स्रोतों

  • Business Standard

  • India and Indonesia deepen cooperation in defense, trade and maritime security

  • Vietnam seeks more free trade deals to drive growth as Trump tariff looms

  • 'The end of an era.' What next for global trade?

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