21 जुलाई, 2025 को खाड़ी के शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख देखा गया, जो मजबूत कॉर्पोरेट आय और अमेरिकी व्यापार शुल्क चिंताओं से प्रभावित था। यूरोपीय संघ अमेरिका के खिलाफ जवाबी उपायों पर विचार कर रहा था, और राष्ट्रपति ट्रम्प की 1 अगस्त की शुल्क समय सीमा से पहले व्यापार समझौते की संभावना कम दिख रही थी। इस स्थिति ने पूरे क्षेत्र में अनिश्चितता पैदा कर दी।
सऊदी अरब का बाजार 0.2% बढ़ा, जो अल राजही बैंक और सऊदी नेशनल बैंक के नेतृत्व में नौ दिनों की गिरावट के बाद रुका। हालांकि, इंटरनेशनल पेट्रोकेमिकल कंपनी (SIPCHEM) को पांच वर्षों में पहली बार नुकसान हुआ, जिसके बाद इसके शेयर 5.7% गिर गए। इससे पता चलता है कि किसी कंपनी का प्रदर्शन निवेशकों के विश्वास को कैसे प्रभावित कर सकता है।
दुबई का सूचकांक 0.8% गिर गया, जो वित्तीय क्षेत्र में लाभ-वसूली से प्रभावित था, जिसमें अमीरात एनबीडी के शेयर 3.7% गिर गए। एयर अरबिया के शेयर 5.1% बढ़कर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए, जो कुछ क्षेत्रों में सकारात्मक रुझान दर्शाता है।
अबू धाबी का सूचकांक थोड़ा गिर गया, जबकि कतर का सूचकांक 0.1% बढ़ गया, जो कतर नेशनल बैंक के शेयरों द्वारा संचालित था। मिस्र का ईजीएक्स30 सूचकांक 0.2% बढ़ा, जो रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
तेल की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई, क्योंकि रूसी तेल पर यूरोपीय प्रतिबंधों का प्रभाव कम था और अमेरिकी शुल्क के कारण मांग प्रभावित होने की चिंता बनी रही। इन सभी कारकों का खाड़ी देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर मिश्रित प्रभाव पड़ रहा है। यह मिला-जुला प्रदर्शन सकारात्मक आय रिपोर्ट और संभावित अमेरिकी व्यापार कार्यों के बारे में चिंताओं के जटिल मिश्रण को दर्शाता है। बाजार की प्रतिक्रिया वैश्विक व्यापार गतिशीलता के प्रति खाड़ी अर्थव्यवस्थाओं की संवेदनशीलता को उजागर करती है। निवेशकों से व्यापार वार्ता और कंपनी के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखने की उम्मीद है।
सऊदी अरब में विदेशी स्टार्टअप लाइसेंसों में मध्य 2025 तक 118% की वृद्धि हुई है, जो दर्शाता है कि देश में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं। इसके अतिरिक्त, सऊदी अरब का कच्चा तेल निर्यात मई में बढ़कर 6.19 मिलियन बैरल प्रति दिन हो गया, जो 1.19% की वार्षिक वृद्धि है, जो तेल बाजार में सऊदी अरब की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। ये आर्थिक संकेतक खाड़ी क्षेत्र की जटिल और गतिशील आर्थिक स्थिति को दर्शाते हैं।