ब्रिटेन सरकार ने गूगल क्लाउड के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। इसका लक्ष्य सार्वजनिक क्षेत्र की पुरानी आईटी प्रणालियों को आधुनिक बनाना है।
इस पहल का उद्देश्य 2030 तक 100,000 सिविल सेवकों को डिजिटल और एआई में कुशल बनाना है। परियोजना का उद्देश्य पुरानी तकनीक को बदलना है, जो आवश्यक सेवाओं को साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील बनाती है।
यह साझेदारी एनएचएस और स्थानीय परिषदों जैसी सेवाओं को आधुनिक बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। सरकार को गूगल क्लाउड की सुरक्षित क्लाउड तकनीक को अपनाने से £45 बिलियन तक की बचत होने की उम्मीद है।
गूगल डीपमाइंड एआई को तैनात करने के लिए सरकारी विशेषज्ञों के साथ काम करेगा। एक प्रशिक्षण कार्यक्रम सिविल सेवकों को एआई और डिजिटल कौशल से लैस करेगा। यह ब्रिटेन के वैश्विक एआई नेता बनने के लक्ष्य के अनुरूप है। जिस प्रकार भारत सरकार 'डिजिटल इंडिया' पहल के माध्यम से डिजिटल साक्षरता और कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है, उसी प्रकार ब्रिटेन भी अपने नागरिकों को भविष्य के लिए तैयार कर रहा है।
ब्रिटेन एआई कंप्यूटिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए £1 बिलियन का निवेश भी कर रहा है। एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग ने ब्रिटेन में डिजिटल बुनियादी ढांचे की कमी पर ध्यान दिया। सरकार एआई नवाचार का समर्थन करने के लिए अधिक प्रयोगशालाओं और डेटा केंद्रों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।