जर्मन ऑटोमोबाइल निर्माता फॉक्सवैगन, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज, प्रौद्योगिकी कंपनी बॉश के साथ मिलकर ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर विकसित करने के लिए एक गठबंधन बनाया है। इसका लक्ष्य एंड्रॉइड ऑटो और गूगल ऑटोमोटिव जैसे अमेरिकी सिस्टम पर निर्भरता को कम करना और सॉफ्टवेयर विकास पर नियंत्रण वापस पाना है। यह 'मेक इन जर्मनी' और 'आत्मनिर्भर भारत' जैसी पहलों के समान है, जो स्थानीय नवाचार को बढ़ावा देता है।
गठबंधन में घटक निर्माता कॉन्टिनेंटल, जेडएफ फ्रेडरिकशाफेन और वैलेओ, साथ ही सॉफ्टवेयर कंपनियां ईटीएएस, कोरिक्स और वेक्टर भी शामिल हैं। सहयोग का उद्देश्य कई कार ब्रांडों पर लागू होने वाले एक साझा, ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर के माध्यम से विकास लागत को कम करना और नवाचार को गति देना है। यह भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक अवसर है कि वह इस गठबंधन से सीखे और अपनी क्षमताओं का विकास करे।
बॉश 2027 तक एआई में 2.5 बिलियन यूरो से अधिक का निवेश कर रहा है, जो स्वायत्त ड्राइविंग और औद्योगिक दक्षता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। गठबंधन गैर-जर्मन ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए खुला है, और फ्रांसीसी निर्माताओं के साथ बातचीत चल रही है। यह भारतीय कंपनियों के लिए भी एक संभावना है कि वे इस वैश्विक सहयोग में भाग लें और ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार दें।