Elon Musk की xAI ने बच्चों के लिए एक नया AI साथी 'बेबी ग्रोक' लॉन्च किया है। यह कदम पहले के xAI साथियों में अनुचित सामग्री की आलोचना के बाद उठाया गया है। बेबी ग्रोक का उद्देश्य उम्र के हिसाब से उचित बातचीत प्रदान करना है, जिसमें शैक्षिक सामग्री और दोस्ताना बातचीत पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ऐप में शैक्षिक गेम, सामग्री फ़िल्टर और माता-पिता के नियंत्रण शामिल होंगे।
हालाँकि, इस लॉन्च ने डेटा गोपनीयता और बच्चों के विकास पर संभावित प्रभावों के बारे में नैतिक चिंताएँ बढ़ा दी हैं। क्या हम बच्चों को कम उम्र में ही AI पर निर्भर होने के लिए तैयार कर रहे हैं? क्या यह उनके सामाजिक और भावनात्मक विकास को बाधित करेगा? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो नैतिकतावादियों और अभिभावकों के मन में उठ रहे हैं।
2023 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, स्क्रीन पर अधिक समय बिताने वाले बच्चों में सामाजिक कौशल और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का स्तर कम पाया गया है। इसके अतिरिक्त, यह चिंता भी है कि बेबी ग्रोक बच्चों को गलत जानकारी या हानिकारक सामग्री के संपर्क में ला सकता है। xAI को यह सुनिश्चित करने के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय करने होंगे कि बेबी ग्रोक बच्चों के लिए सुरक्षित और नैतिक रूप से उचित हो। कंपनी को पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए और यह बताना चाहिए कि वह बच्चों के डेटा को कैसे एकत्र और उपयोग करती है। माता-पिता को भी अपने बच्चों की AI के साथ बातचीत की निगरानी करने और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता है।
बेबी ग्रोक का लॉन्च AI नैतिकता के बारे में महत्वपूर्ण सवाल उठाता है। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम AI का उपयोग इस तरह से करें जो बच्चों के सर्वोत्तम हितों की रक्षा करे और उनके समग्र विकास को बढ़ावा दे। xAI का यह कदम इसे बाल-केंद्रित AI एप्लिकेशन विकसित करने वाली अन्य तकनीकी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा में खड़ा करता है। आलोचकों द्वारा डेटा गोपनीयता और स्क्रीन की लत के बारे में चिंताएं जताई जा रही हैं। भविष्य में, हमें AI के नैतिक उपयोग के बारे में अधिक जागरूकता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होगी।