'नेचर ह्यूमन बिहेवियर' में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि डिजिटल साक्षरता वृद्ध वयस्कों को महत्वपूर्ण रूप से लाभ पहुंचाती है, जिससे उनके संज्ञानात्मक गिरावट का खतरा कम होता है। टेक्सास के शोधकर्ताओं ने पाया कि जीवन भर डिजिटल उपकरणों का उपयोग करने से संज्ञानात्मक हानि विकसित होने का खतरा 58% तक कम हो जाता है।
अध्ययन में 69 वर्ष की औसत आयु के 400,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल थे।
प्रतिभागी डिजिटल मूल निवासी नहीं थे, उन्होंने जीवन में बाद में तकनीक का उपयोग करना सीखा।
डिजिटल जुड़ाव संज्ञानात्मक भंडार को बढ़ावा देता है, जिससे उम्र से संबंधित मानसिक गिरावट का सामना करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष बताते हैं कि तकनीक वृद्ध वयस्कों में मस्तिष्क के कार्य के लिए हानिकारक नहीं है। डिजिटल उपकरणों का उपयोग अकेलेपन से लड़ने और सामाजिक संपर्क को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जिससे संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को और समर्थन मिलता है। वृद्ध वयस्कों के लिए डिजिटल साक्षरता की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है, जिससे प्रौद्योगिकी और दीर्घायु के बीच एक स्वस्थ संबंध को बढ़ावा मिलता है।