वर्ष 2015 से कुत्तों की जीवन प्रत्याशा दो साल बढ़ गई है, जो 2025 में औसतन 12 साल तक पहुंच गई है। यह कुत्तों से प्यार करने वाले सभी लोगों के लिए बहुत अच्छी खबर है!
इस वृद्धि में कई कारक योगदान करते हैं। इनमें बेहतर पशु चिकित्सा देखभाल, उच्च गुणवत्ता वाला भोजन और व्यायाम और मानसिक उत्तेजना पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है।
मालिक टीकाकरण और कृमिनाशक के माध्यम से बीमारियों को रोकने के बारे में भी अधिक जागरूक हैं। 2025 में एक अध्ययन से पता चला कि एक पालतू जानवर होने से जीवन संतुष्टि बढ़ सकती है, जो सालाना ₹70 लाख के लाभ के बराबर है।
हाल के शोध में मानव स्वास्थ्य पर कुत्तों के सकारात्मक प्रभाव पर भी प्रकाश डाला गया है। कुत्तों के साथ बातचीत करने से वृद्ध वयस्कों में मनोभ्रंश का खतरा कम हो सकता है।
एक 2023 के अध्ययन में पाया गया कि 65-84 वर्ष की आयु के कुत्ते के मालिकों में मनोभ्रंश विकसित होने की संभावना 40% कम थी। यह मनुष्यों और कुत्तों के बीच मजबूत बंधन पर जोर देता है, जो भावनात्मक भलाई और एक लंबा, स्वस्थ जीवन दोनों को बढ़ावा देता है।