इवेंट डिज़ाइन में 'थर्ड प्लेस' सिद्धांत: युवाओं के लिए सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देना

डिज़ाइनर इवेंट डिज़ाइन में 'थर्ड प्लेस' सिद्धांतों को शामिल कर रहे हैं ताकि समुदाय और जुड़ाव को बढ़ावा दिया जा सके। घर और काम से अलग, 'थर्ड प्लेस' एक सामाजिक वातावरण है जैसे कैफे या सामुदायिक केंद्र जहाँ लोग इकट्ठा होते हैं और बातचीत करते हैं। कोविड-19 महामारी ने अकेलेपन से निपटने और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने में इन स्थानों के महत्व को उजागर किया। इवेंट प्लानर अब इस अवधारणा का उपयोग अधिक सार्थक अनुभव बनाने के लिए कर रहे हैं।

'थर्ड प्लेस' की तरह इवेंट डिज़ाइन करने में खुले, आरामदायक स्थान बनाना शामिल है जो अनौपचारिक बातचीत को प्रोत्साहित करते हैं। यह दृष्टिकोण उपस्थित लोगों को एक-दूसरे से जुड़ने, अनुभव साझा करने और संबंध बनाने में मदद करता है। युवाओं के लिए, ये 'थर्ड प्लेस' विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे सामाजिक कौशल विकसित करने, नए दोस्त बनाने और समुदाय में अपनी पहचान खोजने का अवसर प्रदान करते हैं।

भारत में, कई कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर 'थर्ड प्लेस' के रूप में कार्य करते हैं, जहाँ छात्र कक्षाओं के बाहर मिलते हैं, अध्ययन करते हैं और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। इसके अतिरिक्त, कई युवा-केंद्रित कैफे और सहकर्मी स्थान पूरे देश में खुल रहे हैं, जो युवाओं के लिए एक आरामदायक और समावेशी वातावरण प्रदान करते हैं।

बिलॉन्गिंग की भावना को बढ़ावा देकर, इवेंट प्लानर प्रतिभागियों पर स्थायी और मूल्यवान प्रभाव डाल सकते हैं, खासकर युवाओं पर, जो अपने सामाजिक और भावनात्मक विकास के लिए इन स्थानों पर निर्भर हैं।

स्रोतों

  • Smart Meetings

  • Third place - Wikipedia

  • Why Is Everybody Talking About “Third Places” Right Now? | BU Today | Boston University

  • Incentives and Event Solutions | Creative Group

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