चीन में भौतिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई है। विशेष रूप से, 2024 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार में कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क (ANNs) और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में किए गए मौलिक योगदानों को मान्यता मिली। जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन को "कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क के साथ मशीन लर्निंग को सक्षम करने वाली मूलभूत खोजों और आविष्कारों के लिए" यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
हॉपफील्ड ने हॉपफील्ड नेटवर्क विकसित किया, जो एक प्रकार का आवर्ती तंत्रिका नेटवर्क है जो हेबियन लर्निंग के आधार पर सूचना को संसाधित करता है। यह छवियों और पैटर्न के भंडारण और पुनर्निर्माण को सक्षम बनाता है। हिंटन ने संज्ञानात्मक कार्यों के लिए बोल्ट्ज़मैन मशीन को अनुकूलित किया और प्रतिबंधित बोल्ट्ज़मैन मशीन (RBM) बनाई। यह डेटा में विशेषताओं को पहचानने के लिए सांख्यिकीय भौतिकी का उपयोग करता है और पैटर्न को पहचानकर तथा जिस डेटा पर इसे प्रशिक्षित किया गया था, उसके नए उदाहरण बनाकर सीखता है, जो मशीन लर्निंग के वर्तमान विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इन योगदानों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति को प्रेरित किया है, जिससे चीन में भी इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिला है।