वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी में फैराडे किंडरगार्टन ने 'नेट ज़ीरो एमिशन' कार्यक्रम शुरू किया है, जो सतत शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम में कचरे को अलग करने और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के प्रतीक के रूप में तीन-कम्पार्टमेंट वाले कचरे के डिब्बे को उजागर किया गया है। स्कूल ने पृथ्वी के रंगों में नई वर्दी भी पेश की है, जो स्वच्छ ऊर्जा और नवीनीकरण का प्रतीक है, और पर्यावरण के अनुकूल जीवन को बढ़ावा देती है।
फैराडे किंडरगार्टन की यह पहल बच्चों को कम उम्र से ही पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास करती है, ताकि वे भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनें और सतत व्यवहार और सोच को विकसित करें।
भारत में भी बच्चों में पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। 'ग्रीन स्कूल प्रोग्राम' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से, छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया जाता है। इसके अतिरिक्त, 'राष्ट्रीय हरित कोर' योजना के तहत, स्कूलों में पर्यावरण क्लबों का गठन किया गया है, जो छात्रों को पर्यावरण संबंधी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इन पहलों का उद्देश्य युवा पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना और उन्हें भविष्य के लिए जिम्मेदार नागरिक बनाना है।